आरा भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड के लालगंज गांव में फौजी विष्णु शर्मा और उसकी
पत्नी दामिनी शर्मा का शव गांव में पहुंचते ही हाहाकार मच गया. पूरे गांव में मातम छा
गया. वहीं, फौजी बेटे का शव देख कर उसकी मां बिलख पड़ी. श्कहां चल गईल हो बबुआ, अब हम
केकरा के बबुआ कहब हो बबुआ... कह कर वह बेसुध हो जा रही थीं. वहीं, भईया हो भईया,
काहे हमनी के छोड़ गईल हो भईया... कह कर बहन भी भाई के पार्थिव शरीर से लिपट
गयी. परिजनों की चीत्कार से पूरा गांव दहल उठा. गांव के सभी लोगों की आंखों में आंसू
छलक रहे थे. गांव में सन्नाटा पसर गया.
मालूम हो कि रविवार के दिन लालगंज निवासी शिवबचन शर्मा के पुत्र विष्णु शर्मा ने
अरवल जिले के रानियां तालाब के पास पत्नी और साली को गोली मारने के बाद खुद को
गोली मार ली थी. डेंगू हो जाने के बाद वह इलाज कराने के लिए पटना जा रहे थे. मृत फौजी
के दोनों पुत्र विवेक और विराट ने गांव के लोगों और अपने नाना से पूछते फिर रहे
हैं कि मेरे पापा क्यों सोये हैं, कब उठेंगे. मासूम की बातें सुन कर लोगों का हृदय कांप
उठता है. ग्रामीणों ने गांव में ही पति-पत्नी के शव का दाह संस्कार किया. इस मौके पर
प्रखंड के पूर्व प्रमुख मंजू देवी व सामाजिक कार्यकर्ता पवन कुशवाहा, मुखिया सुनील पाल सहित
कई जनप्रतिधि फौजी के घर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी.