अपने अधिकारों को जाने और उनको पाने के लिए संघर्ष करें---रामानंद सैनी

लखनऊ।अपने अधिकारों को जाने और उनको पाने के लिए संघर्ष करें, अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलते हैं उनके लिए संघर्ष करना पड़ता है। यह बात आज मानव धर्म मन्दिर अली नगर सुनहरा के प्रांगण में आयोजित एक विचार गोष्ठी में एसएस डी पब्लिक स्कूल सरोजिनी नगर के प्रबंधक और अधिवक्ता रामानन्द सैनी ने कही।


      श्री सैनी ने कहा कि हमारे संविधान में पांच मूल अधिकार प्रदान किए गए हैं जब की छठा संपत्ति का अधिकार समाप्त किया जा चुका है, फिर भी तन मन और धन की सुरक्षा के लिए ढेरों अधिकार हमारे संविधान ने दे रखे हैं। हमे उनका ज्ञान होना चाहिए तभी तो उनको पाने का प्रयास करेंगे। अधिवक्ता मंजू सैनी ने कहा कि हम महिलाओं को संविधान ने बहुत ढेर सारे अधिकार प्रदान किए हैं लेकिन हम उन्हें नहीं जानते, इसका फायदा पुरुष वर्ग उठाता है।


     उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वह कभी भी विवाह के पहले किसी से भी संपर्क न बनाएं, भले उस व्यक्ति से विवाह तय ही क्यों न हो गया हो, उन्होंने लिव इन रिलेशनशिप की व्यवस्था को बदलने की मांग की, इससे अपराध बढ़ते हैं और पुरुष वर्ग उसका फायदा उठाता है। धर्म कोई भी शादी के बाद ही संपर्क की इजाजत देता है। 


     मधु अवस्थी ने कहा कि हमें संस्कार सीखना चाहिए बिना संस्कार के व्यक्ति जानवर के समान हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमें संविधान के साथ साथ धार्मिक झुकाव भी रखना चाहिए और धर्म की पुस्तकों को पढ़ना चाहिए। गोष्ठी में वर्षा बहन, सीमा यादव, कुमुद मिश्रा, अमरदीप भारद्वाज, अल्का पाल, अमिता शुक्ला, पारुल गुप्ता ने भी मानव अधिकारों पर अपने विचार व्यक्त किए।