लखनऊ । उत्तर प्रदेश एटीएस ने मंगलवार को 1 लाख 79 हजार मूल्य की भारती जाली मुद्रा के साथ एक महिला सहित तीन लोगों को इंटौजा लखनऊ से गिरफ्तार किया है। एटीएस के अनुसार ये लोग जाली मुद्रा का कारोबार करते हैं। पुलिस ने इनके पास से 500 के 148 जाली नोट और 2000 के 15 जाली नोट बरामद किए हैं। एटीएस के अनुसार देश में नोटबंदी के बाद से यह मालदा (पश्चिम बंगाल) की तरफ से आने वाला यूपी में पकड़ी गई पहली बड़ी खेप है।
पुलिस के मुताबिक , पिछले कई दिनों में पश्चिम बंगाल के मालदा और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के बीच भारतीय जाली मुद्रा के अवैध करोबार होने की सूचना मिल रही थी। इस दौरान एटीएस को पता चला कि मालदा का रहने वाला अमीनुल इस्लाम उर्फ कालू उच्च गुणवत्ता वाली भारतीय जाली मुद्रा को लखनऊ और सीतापुर में डिलीवरी करने आने वाला है। इसी सूचना पर यूपी एटीएस ने लखनऊ के इटौंजा से तीनों लोगों को 1 लाख 79 हजार मूल्य की जाली मुद्रा के साथ गिरफ्तार किया। एटीएस के अनुसार पकड़े गए लोगों में अमीनुल इस्लाम के अलावा 19 साल की नसीबा खातून और 34 वर्षीय फूलचंद शामिल हैं। नसीबा भी मालदा की रहने वाली है, वह अमीनुल की चचेरी बहन बताई जा रही है और इस धंधे में उसकी साथी है। वहीं फूलचंद लखीमपुर के मैगलगंज का निवासी है। वह इन नोटों की डिलीवरी ले रहा था। एटीएस के अनुसार अमीनुल मालदा से जाली मुद्रा लाकर यूपी सहित अन्य राज्यों में डिलीवरी करता है।
नोटबंदी के बाद नकली नोटों की सबसे बड़ी खेप यूपी एटीएस ने पकड़ी