आओ मेरी सखियों मुझे मेहंदी लगा दो' इस प्रसंग के माध्यम से भागवताचार्य पंडित सुशील द्विवेदी शास्त्री जी ने रुक्मणी विवाह को पूरे संस्कारो के साथ सम्पूर्ण कराया । रुक्मणी विवाह में पंडाल में उपस्थित भक्तो ने विवाह में यथोउचित दान देकर के आचार्य को सम्मानित किया । गीतांजलि सौहार्द सेवा समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र पांडेय , कार्यक्रम संयोजक धर्मेन्द्र शर्मा ,
महिला मंडल की बबिता शर्मा एवं लल्लू शुक्ल , विमल मणि टंडन ,इंद्रसेन पल , सहित समिति के सभी पदाधिकारियों ने कन्यादान की रस्म निभाई । कलाकार रवि सारस्वत ने किसी भी वाद्य यंत्र के बिना बांसुरी , शहनाई आदि की आवाज़ अपने मुख से निकालकर पंडाल में बैठे भक्तो का मन मोह लिया । समिति द्वारा आए हुए गणमान्य व्यक्तियों रवि सारस्वत(कलाकार) , डी.एस बिसरिया(साहित्यकार) , यू.एन पांडेय(पूर्व मंडल अध्यक्ष) और पत्रकारों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया । कथा के उपरांत आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।