कथा में बाजी रे बाँसुरिया और हुआ रुक्मणी विवाह

लखनऊ।राजाजीपुरम के रानी लक्ष्मी बाई पार्क , बी ब्लॉक में चल रही श्रीमद भागवत कथा में महारास वर्णन करते हुए भजन के माध्यम से 'मधुवन में कान्हा की बाजी रे बाँसुरिया ' भजन बोलते हुए भक्तो को सरोबोर किया एवं रुक्मणी मंगल गीतों से पूरा पंडाल कृष्णमय हो गया । 




 

      आओ मेरी सखियों मुझे मेहंदी लगा दो' इस प्रसंग के माध्यम से भागवताचार्य पंडित सुशील द्विवेदी शास्त्री जी ने रुक्मणी विवाह को पूरे संस्कारो के साथ सम्पूर्ण कराया । रुक्मणी विवाह में पंडाल में उपस्थित भक्तो ने विवाह में यथोउचित दान देकर के आचार्य  को सम्मानित किया । गीतांजलि सौहार्द सेवा समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र पांडेय , कार्यक्रम संयोजक धर्मेन्द्र शर्मा ,

महिला मंडल की बबिता शर्मा एवं लल्लू शुक्ल , विमल मणि टंडन ,इंद्रसेन पल , सहित समिति के सभी पदाधिकारियों ने कन्यादान की रस्म निभाई । कलाकार रवि सारस्वत ने किसी भी वाद्य यंत्र के बिना बांसुरी , शहनाई आदि की आवाज़ अपने मुख से निकालकर पंडाल में बैठे भक्तो का मन मोह लिया । समिति द्वारा आए हुए गणमान्य व्यक्तियों  रवि सारस्वत(कलाकार) , डी.एस बिसरिया(साहित्यकार)  ,  यू.एन पांडेय(पूर्व मंडल अध्यक्ष) और पत्रकारों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया । कथा के उपरांत आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।